आप जो करना चाहते हैं उसके लिए सही टाइम पर पर्याप्त पैसा होना सपने के सच होने जैसा है. इसमें आपके काम आता है फाइनेंशियल प्लान. फाइनेंशियल प्लान क्या है? इसे बनाना क्यों जरूरी है? फाइनेंशियल प्लान का रिव्यू करना क्यों जरूरी है? जीवन के किन अहम पड़ावों पर आपको फाइनेंशियल प्लान का रिव्यू करना चाहिए? जानें…
पर्सनल कैश फ्लो स्टेटमेंट रखना बहुत जरूरी है. हालांकि, अंडररेटेड होने की वजह से इसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है.
शादी के बाद जॉइंट सेविंग अकाउंट और डेबिट-क्रेडिट कार्ड बनाना फायदेमंद हो सकता है, यह फाइनेंशियल डिसिप्लिन लाता है कि आपको तय अमाउंट ही खर्च करना है.
फैक्टर्स इन्वेस्टिंग से पोर्टफोलियो के परिणामों में सुधार, वोलैटिलिटी को कम करने और डायवर्सिफिकेशन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
गाइड कह लीजिए या कोच एक फाइनेंशियल एडवाइजर आपके निवेश को आगे बढ़ाता है और उसे दिशा देता है.
Economic Freedom: फाइनेंशियल प्लानिंग के साथ आप अपनी जिंदगी के कई सपने जैसे घर खरीदना, गाड़ी खरीदना जैसे कई काम पूरे कर सकते हैं.
कम निवेश के साथ भी आप अपना पोर्टफोलियो बना सकते हैं और भविष्य के अपने वित्तीय लक्ष्य हासिल कर सकते हैं.
हम यहां उन 5 गलतियों के बारे में बता रहे हैं जिनसे बचकर आप अपनी रिटायरमेंट की बाद की जिंदगी को पहले की तरह चिंतामुक्त बना सकते हैं.
अगर आपको अपनी नेटवर्थ पता है तो आप अपने वित्तीय गोल्स को तैयार कर सकते हैं और इन्हें हासिल करने की रूपरेखा बना सकते हैं.